गायत्री शब्द का अर्थ हिंदी में व्याख्या सहित

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गायत्री का अर्थ

गायत्री शब्द का अर्थ होता है ‘जो सबका उद्धार करता है’ और इसे सूर्य देवता का एक नाम भी कहा जाता है। गायत्री मंत्र में सूर्य देवता के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया गया है। हालाँकि आज के समय में सामान्य रूप से ‘गायत्री’ शब्द एक नाम है, जो स्त्रीलिंग है यानि स्त्रियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

गायत्री शब्द का ये भी अर्थ होता है “जो शक्ति अपने उस धनुष के साथ है, जो ज्ञान का है।” यह शब्द वेदों में उपलब्ध है और सभी धर्मों के लोग इसे उच्चारण करते हैं। गायत्री मंत्र का उच्चारण करने से, मन को शांति और आनंद मिलता है और ध्यान और विवेक बढ़ता है। इसे भारतीय संस्कृति में एक प्रभावी मंत्र माना जाता है और इसे धार्मिक उपासना और मनोविज्ञान में उपयोग किया जाता है।

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व्याख्या

गायत्री शब्द संस्कृत में एक स्तोत्र है जो उच्चारण के लिए उपयोग किया जाता है। इसे वेदों की सबसे महत्वपूर्ण मंत्रों में से एक माना जाता है। गायत्री मंत्र अनुवाद से “गायत्री” शब्द का अर्थ आता है, “जो शक्ति अपने उस धनुष के साथ है जो ज्ञान का है।”

गायत्री मंत्र में शक्ति के साथ ज्ञान का भी उल्लेख है, जो अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसे गायत्री महामंत्र भी कहा जाता है। इस मंत्र का उच्चारण करने से, ध्यान और विवेक बढ़ता है और अंततः मन का शांति और आनंद मिलता है। इसे सभी धर्मों के लोग उच्चारण करते हैं और इसे सबसे पवित्र मंत्र माना जाता है।