प्रश्न: ऑपरेशन सिंदूर में कोटली को निशाना बनाने का क्या महत्व था?
उत्तर: 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर में पीओजेके के कोटली को निशाना बनाना महत्वपूर्ण था, क्योंकि यहाँ हिजबुल मुजाहिदीन का मकाज़ राहील शाहिद और जैश-ए-मोहम्मद का मरकज़ अब्बास था। इन ठिकानों को हैमर बम जैसे सटीक हथियारों से नष्ट किया गया, जिससे भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाने की आतंकी क्षमता कमजोर हुई। यह पहलगाम हमले का जवाब था। सैन्य सुविधाओं से परहेज ने ऑपरेशन की गैर-उग्र प्रकृति को बनाए रखा। कोटली पर हमले ने आतंकी नेटवर्क को कमजोर किया और भारत की रणनीतिक प्रतिबद्धता को दर्शाया।