पीएसएलवी का फुल फॉर्म क्या है : PSLV Full Form in Hindi

पीएसएलवी का फुल फॉर्म क्या है | PSLV Full Form in Hindi | पीएसएलवी का पूरा नाम | Full Form of PSLV in Hindi

पीएसएलवी जिसे अंग्रेज़ी में PSLV कहा जाता है, भारत के स्पेस संगठन ISRO का सबसे भरोसेमंद सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल रॉकेट माना जाता है। सस्ते दामों में सैटेलाइट लॉन्च करने के लिए दुनिया के सभी देश पीएसएलवी पर भरोसा करते हैं क्योंकि यह किफ़ायती होने के साथ इसके फेल होने की संभावना नगण्य होती है।

बहुत से लोग पीएसएलवी का फुल फॉर्म (PSLV Full Form in Hindi) जानना चाहते हैं, इसलिए हमने इस आर्टिकल में पीएसएलवी का फुल फॉर्म क्या है (Full Form of PSLV in Hindi) की पूरी जानकारी दी है। आइए जानते हैं :-

पीएसएलवी का फुल फॉर्म क्या है : PSLV Full Form in Hindi

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो द्वारा डिजाइन और संचालित किया जाने वाला पीएसएलवी एक सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल है। पीएसएलवी का फुल फॉर्म ‘ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन यानि पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल’ होता है। इस लॉन्च व्हीकल से कम खर्च में सैटेलाइट लॉन्च की जा सकती हैं।

पीएसएलवी का फुल फॉर्मपोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल
PSLV Full Form in HindiPolar Satellite Launch Vehicle
जीएसएलवी का पूरा नामध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन

संबंधित आर्टिकल : जीएसएलवी का फुल फॉर्म क्या है

यहाँ आपने पीएसएलवी का पूरा नाम जान चुके हैं। अब आइए PSLV के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त करते हैं :

पीएसएलवी का पूरा नाम से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी

  • यह इसरो द्वारा विकसित किया गया भारत का तीसरी पीढ़ी का लॉन्च व्हीकल है।
  • PSLV लिक्विड स्टेज से युक्त होने वाला भारत का पहला लॉन्च व्हीकल है।
  • इसका पहला सफल प्रक्षेपण अक्टूबर 1994 में किया गया था।
  • आज के समय में पीएसएलवी दुनिया के सभी देशों के लिए सस्ते दामों में छोटे उपग्रहों के प्रक्षेपण की सुविधा प्रदान करता है।
  • 1994 से जून 2022 की अवधि के दौरान PSLV के द्वारा 36 देशों के 345 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जा चुका है।
  • सबसे महत्वपूर्ण प्रक्षेपण जिसे मील का पत्थर माना जाता है वो 15 फरवरी 2017 को पीएसएलवी-सी37 के द्वारा किया गया था। इस मिशन में 
  • सूर्य-समकालिक कक्षा में 104 उपग्रहों को सफलतापूर्वक तैनात किया था।
  • पीएसएलवी में चार चरणों वाली दोहन प्रणाली है जिसमें ठोस और तरल-ईंधन वाले रॉकेट चरणों का संयोजन शामिल है।
  • सबसे नीचे का पहला चरण ठोस ईंधन वाला है जिसके चारों ओर छह स्ट्रैप-ऑन सॉलिड रॉकेट बूस्टर लगाए जाते हैं।
  • दूसरा चरण तरल ईंधन वाला होता है।
  • तीसरे चरण में ठोस ईंधन वाली रॉकेट मोटर लगी होती है।
  • चौथे चरण में यह लांचर बाह्य अंतरिक्ष (Outer Space) में सैटेलाइट को स्पीड देने के लिए तरल प्रणोदक का उपयोग करता है।
  • इस लॉन्च वाहन को मिशन की आवश्यकताओं के अनुसार 3 अलग-अलग कॉन्फ़िगरेशन में प्रक्षेपण के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। इन तीनों का वजन क्रमश: 2,29,000, 296,000 और 320,000 किलोग्राम होता है।
  • यह जियो सिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में 1,050 किलोग्राम तक के उपग्रहों को ले जा सकता है। 
  • पीएसएलवी पोलर सन सिंक्रोनस ऑर्बिट में 1,600 किलोग्राम की पेलोड को ले जाने की क्षमता रखता है।
  • पीएसएलवी द्वारा कुछ किए गए कुछ उल्लेखनीय प्रक्षेपण के नाम हैं – “चंद्रयान -1, मंगलयान -1 और एस्ट्रोसैट”। ये सभी भारतीय मिशन हैं।

संबंधित आर्टिकल : पीएसएलवी का आविष्कार किसने किया था

निष्कर्ष – पीएसएलवी का फुल फॉर्म

इस आर्टिकल में हमने आपको भारत के स्पेस सगठन ISRO द्वारा विकसित किए गए Polar Satellite Launch Vehicle की जानकारी के साथ पीएसएलवी का फुल फॉर्म क्या है (PSLV Full Form in Hindi) यानि पीएसएलवी का पूरा नाम क्या है के बारे में बताया है।

आशा है कि यहाँ दी गई जानकारी से आप पीएसएलवी फुल फॉर्म के बारे में जान चुके होंगे। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।